काशी हिंदू विश्वविद्यालय का 105वां दीक्षांत समारोह स्वतंत्रता भवन में पारंपरिक गरिमा और भव्यता के साथ आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि डॉ. वी.के. सारस्वत और कुलपति प्रो. अजित चतुर्वेदी ने महामना मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
कुलपति ने छात्रों को सत्य, सेवा और नैतिकता के मार्ग पर चलने की शपथ दिलाई। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि श्रेष्ठता जन्म से नहीं, बल्कि ज्ञान, सदाचार और निरंतर परिश्रम से तय होती है।समारोह में कुल 13,650 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गईं, जिनमें 7449 स्नातक, 5889 स्नातकोत्तर, 4 एमफिल, 712 पीएचडी और 1 डीएससी की उपाधि शामिल रही। मुख्य समारोह में 29 टॉपरों को 33 पदक देकर सम्मानित किया गया।
इस वर्ष भी मेधावी छात्रों की सूची में छात्राओं का दबदबा देखने को मिला, जिसमें 29 मेधावियों में 20 छात्राएं और नौ छात्र शामिल रहे। दीक्षांत समारोह ने एक बार फिर बीएचयू की शैक्षणिक परंपरा और उत्कृष्टता को नई ऊंचाई पर स्थापित किया।
Tags
Trending

.jpeg)
